रूद्रप्रयाग, उत्तराखंड/नगर संवाददाताः केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य की बेहतर व्यवस्था बनाने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में हृदय रोग से हो रही मौतों को देखते हुए प्रशासन ने गौरीकुंड में कार्डिक एंबुलेंस तैनात कर दी गई है, ताकि दिल का दौरा पड़ने पर मरीजों को तत्काल उपचार मिल सके। वहीं श्रीनगर मेडिकल कालेज के दो डॉक्टर केदारनाथ यात्रा मार्ग पर दस दिन तक स्वैच्छिक योगदान देने के लिए रुद्रप्रयाग पहुंच गए हैं। सीएमओ सरोज नैथानी ने बताया कि केदारनाथ यात्रा में हार्ट अटैक से मरने वाले यात्रियों की संख्या सबसे ज्यादा है। इसे देखते हुए विभाग से कार्डिक एंबुलेंस का अनुरोध किया गया था, सोमवार को एंबुलेंस आ गई है, यह एंबुलेंस केवल दिल के रोगियों के लिए होगी। इसमें हृदय रोग से संबंधित अत्याधुनिक दवा तथा कुशल स्टाफ मौजूद होगा। वहीं श्रीनगर मेडिकल कालेज के दो रेजिडेंट डॉक्टर मनीश कुमार व नवीन सेमवाल ने संस्थान के प्राचार्य को पत्र लिखकर केदारनाथ धाम में यात्रा मार्ग पर स्वैच्छिक योगदान देने का निवेदन किया था, जिसे सहमति दे दी गई है। यह दोनों डॉक्टर 29 मई से दस दिन तक केदारनाथ यात्रा मार्ग पर ही ड्यूटी देंगे। सीएमओ ने बताया कि अन्य रेजिडेंट डॉक्टरों से भी चार धाम मार्ग पर स्वेच्छा से सेवाएं देने का आग्रह किया गया है।
केदारनाथ में यात्रियों की सेवा करेंगे श्रीनगर के दो डाक्टर
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