मानव संशाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर से मिले भरत देवासी खटाना

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नई दिल्ली/भावेश देवासीः आज सुबह एबीवीपी के एक प्रतिनिधि मंडल ने माननीय मानव संशाधन विकास मंत्रालय के मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर जी से यूजीसी के विभिन्न नोटिफिकेशनो के विषय पर भेंट कर चर्चा की। प्रतिनिधि मंडल में एबीवीपी के प्रदेश मंत्री श्री भरत देवासी खटाना, जेएनयूएसयू के पूर्व संयुक्त सचिव सौरभ शर्मा, जेएनयू एबीवीपी यूनिट की छात्रा प्रमुख निधि त्रिपाठी, एबीवीपी के प्रदेश संगठन मंत्री श्री अजय ठाकुर और एबीवीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ मनु कटारिया और दिल्ली प्रान्त उपाध्यक्ष डॉ अभिषेक टंडन जी मौजूद थे। दिल्ली प्रदेश मंत्री भरत देवासी खटाना ने बताया कि हमने छात्र हितों में अपने निम्नलिखित मांगों से श्री प्रकाश जावडेकर जी को अवगत कराया। श्री प्रकाश जावडेकर जी ने आश्वासन दिया है की जेएनयू के छात्रों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए तत्कालीन प्रति शिक्षक शोध कर रहे छात्रों की संख्या फिलहाल कम नहीं की जायेगी लेकिन शोध की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए भविष्य में इस विषय पर विचार अवश्य किया जायेगा। विश्वविद्यालयों में एक प्रोफेसर पे छात्रों की संख्या अधिक होने से प्रोफेसर पर अतिरिक्त भार होता है अतः शोध की गुणवत्ता को बनाये रखने के लिए देश भर के सभी विश्वविद्यालयों में सर्वप्रथम प्रोफेसर की नियुक्ति जल्द से जल्द की जायेगी। उन्होंने यह भी बताया की कई सारे विश्वविद्यालयों में बैकलॉग रिक्त जगह पड़ी है अतः वहां भी नियुक्ति की प्रक्रिया में तेजी की जायेगी। असिस्टेंट प्रोफेसरों की नई नियुक्तियों में प्राथमिक अर्हरता (एलिजिबिलिटी) के लिए एपीआई स्कोर को हटाने के विषय पर भी श्री प्रकाश जावडेकर जी ने शीघ्र सकारात्मक निर्णय करने का भरोसा दिया है। श्री प्रकाश जावडेकर जी ने यह भी कहा की वह छात्रहितों का किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं होने देंगे पर जेएनयू जैसे उत्कृष्ट संस्थानों में गुणवत्ता पर बल दे कर उन्हें पुनः विश्वस्तरीय बनाने का उनका प्रयास रहेगा। एडमिशन प्रक्रिया में कोई भेदभाव न हो अतः छात्रों की सुविधाओं और उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए वह देश भर के सभी विश्वविद्यालयों के साथ साथ सभी स्टैक होल्डरों से नई शिक्षा निति पर निकट भविष्य में बनने वाली कमिटी में उपरोक्त सभी बातों पर विस्तार से चर्चा होगी। 5 मई 2016 के यूजीसी नोटिफिकेशन में एम.फिल/पीएचडी के एडमिशन प्रक्रिया में 100% वाइवा के सन्दर्भ में जेएनयू के एडमिशन स्टैंडिंग कमिटी के 80 अंक लिखित और 20 अंक मौखिक का निर्णय का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् स्वागत करती है।f

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