बल्लभगढ़, हरियाणा, नगर संवाददाता: सेक्टर-7 थाना क्षेत्र में स्थित सेक्टर-6 की एक कंपनी में मंगलवार देर शाम स्टील की कटिंग का काम करते समय एलपीजी सिलेंडर फट गया। इससे एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि चार घायल हो गए। सभी घायलों को सफदरजंग अस्पताल रेफर कर किया गया है। इस मामले में मृतक की पत्नी ने कंपनी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। आरोप है कि प्रदूषण को लेकर रोक के आदेश के बावजूद कंपनी चल रही थी।
सेक्टर-6 के प्लांट नंबर-25 स्थित भूपेंद्रा स्टील प्राइवेट लिमिटेड में मंगलवार की रात चावला कॉलोनी के साहिब मियां, अखिलेश, उपेंद्र यादव, रंजन कुमार और राकेश कुमार काम कर रहे थे। वेल्डिंगसेट से काम के दौरान अचानक एलपीजी सिलेंडर गैस रिसने से उसमें आग लग गई और वह फट गया। इससे कंपनी में काम कर रहे पांचों मजदूर बुरी तरह झुलस गए। कंपनी प्रबंधन ने साहिब मियां (45 वर्ष) को गंभीर अवस्था में सर्वोदय अस्पताल ले जाया गया जबकि अन्य सभी घायलों को बीके अस्पताल ले जाया गया। रात को उपचार के दौरान साहिब मियां की मौत हो गई, जबकि अखिलेश, उपेंद्र यादव, रंजन कुमार और राकेश कुमार को गंभीर स्थिति में दिल्ली सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया। मूलरूप से सभी बिहार के बेतिया के रहने वाले हैं।
सेक्टर-7 पुलिस चौकी के इंचार्ज सबइंस्पेक्टर दिलबाग सिंह ने बताया कि साहिब मियां की मौत के मामले में मृतक की पत्नी अंजूम खातून ने कंपनी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कंपनी प्रबंधन बिना किसी सुरक्षा के इंतजाम के उनके पति सहित अन्य कर्मचारियों से जबरन काम ले रहे थे। मृतक के बेटे फरियाद का आरोप है कि कंपनी की ओर से उनके पिता के साथ हुए हादसे के बारे में जानकारी नहीं दी गई। कंपनी के एक कर्मचारी ने उन्हें घर आकर इसकी जानकारी दी। जब वह अपने दोस्त तथा मां के साथ जब सर्वोदय अस्पताल पहुंचे, जहां उसके पिता दम तोड़ चुके थे। पुलिस ने इस मामले में पीड़िता अंजूम खातून के बयान पर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्रदूषण के लगातार बढ़ने के चलते सरकार ने मंगलवार से कंपनियों को बंद करने के आदेश दिए थे। केवल पीएनजी, सीएनजी का इस्तेमाल करने वाली कंपनी ही चलेंगी। रोक के आदेश के बाद भी कंपनी में मजदूर काम कर रहे थे। मंगलवार शाम करीब छह बजे सिलेंडर फटने का हादसा हुआ। हादसे के अगले दिन यानी बुधवार को कंपनी प्रबंधन ने कंपनी यह कहकर बंद कर दी कि प्रदूषण के चलते सरकार ने आदेश दिए हैं। बुधवार को कंपनी बंद करने की पुष्टि चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह ने की। चौकी प्रभारी ने बताया कि कंपनी मालिक ने बताया है कि कंपनी बंद रखने के आदेश उन्हें मंगलवार को नहीं मिले थे। जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिली तो बुधवार को कंपनी बंद कर दी।