नई दिल्ली, नगर संवाददाता: नंद नगरी में शुक्रवार को दादा ने अपने 12 साल के पोते के अपहरण की सूचना दे दी। पुलिस उसे ढूंढ़ ही रही थी कि करीब पांच घंटे बाद वह खुद ही घर लौट आया। बच्चे ने बताया कि वह रास्ता भटक गया था। इसके बाद परिजनों ने राहत की सांस ली।
पीड़ित 68 वर्षीय कृष्ण लाल परिवार के साथ नंद नगरी में रहते हैं। उनकी बेल्ट और टोपी की दुकान है। शनिवार दोपहर 1ः15 बजे उनकी दुकान पर एक बाइक सवार युवक आया, जिसने बेल्ट और टोपी खरीदी। इस दौरान युवक ने कृष्ण लाल से कहा कि आगे मेरा भाई खड़ा है। आप अपने पोते को मेरे साथ भेज दीजिए, मैं भाई से रुपये लेकर उसे दे दूंगा। कृष्ण लाल ने 12 साल के पोते को रुपये लेने के लिए भेज दिया लेकिन दो घंटे बाद भी वह नहीं लौटा तो उन्हें उसके अपहरण की आशंका हुई। कृष्णलाल की सूचना पर पुलिस ने बच्चे की तलाश शुरू की। इस दौरान करीब शाम छह बजे बच्चा खुद ही लौट आया।
पूछताछ में बच्चे ने बताया कि बाइक सवार के पास रुपये खुल्ला नहीं होने पर वह उसे लेकर भोपुरा पेट्रोल पंप के पास चला गया था। वहां से रुपये देकर लौटते समय बच्चा रास्ता भटक गया था। इस वजह से अधिक वक्त लग गया।