नई दिल्ली, नगर संवाददाता: महर्षि वाल्मीकि हमारे भारत देश के एक ऐसे संत हैं, जिन्होंने ना केवल रामायण लिखी और बल्कि लोगों को शिक्षा के सामाजिक और स्वच्छता के क्षेत्र में भी लोगों को जागृत किया। आज महर्षि वाल्मीकि की जयंती बहुत धूमधाम से मनाई गई। हमारी भारत देश की भूमि को भगवान राम की भूमि कहा जाता है इसके अंतर्गत भगवान राम जोकि एक मर्यादा पुरुषोत्तम राम थे उनकी पूरी जीवन गाथा उनके द्वारा किए गए सत्कर्म और किस तरीके से उन्होंने अधर्म के ऊपर धर्म की विजय प्राप्त की उसके बारे में रामायण लिखी। महर्षि वाल्मीकि ने रामायण में के आने वाली पीढ़ियों को राम जी के बारे में बताया। मां शक्ति अंतरराष्ट्रीय संस्था दफ्तर में आज महर्षि वाल्मीकि जयंती दिव्यांगों के साथ बड़े धूमधाम से मनाई गई। उनको कानूनी सहायता निशुल्क प्रदान की गई और आए हुए लोगों को केंद्रीय सरकार द्वारा श्रम कार्ड हेल्थ कार्ट इत्यादि निशुल्क कार्ड बनवाए गए और दिव्यांगों को उनके जरूरत के हिसाब से उपकरणों का रजिस्ट्रेशन भी किया गया। ताकि आने वाले समय में उनको जल्दी ही निशुल्क उपकरणों का वितरण किया जा सके। ताकि वह अपनी दैनिक दिनचर्या अच्छी तरीके से गुजार सकें। दिल्ली लीगल सर्विस अथॉरिटी के सहयोग से पूर्वी दिल्ली की सेक्रेटरी जज साइमा जमील और डिस्टिक एंड सेशन जज दीपक जगोत्रा के सहयोग से मां शक्ति के अध्यक्ष अधिवक्ता अनीता गुप्ता में प्रोबोनो रिसोर्स पर्सन बनके दिव्यांग लोगों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया और उन को निशुल्क कानूनी सहायता भी प्रदान की। मां शक्ति के चेयरपर्सन अनिता पंडित ने आए हुए लोगों को महर्षि वाल्मीकि की जीवन के बारे में और उनके द्वारा उपदेशों को जीवन में डालने के लिए आए हुए लोगों को प्रेरित किया और उनकी जीवनी के बारे में लोगों से प्रश्न पूछे गए और सही जवाब देने वालों को इनाम भी दिया। आध्या कात्यानी जी मंदिर के प्रभारी एन के सेठी के सहयोग से माता का आशीर्वाद प्राप्त करके शुरुआत की गई। हमेशा की तरह इस बार भी फरीदाबाद से जगजीत सिंह जी, रमेश पार्क से धीरज कुमार, करोल बाग से श्याम सुंदर एवं नेहरू युवा केंद्र से सतीश शर्मा का सहयोग मिला। जिसमे कुमारी कोमल सिंह, अभि शर्मा, राहुल राज,तरुन आदि समस्त कार्यकर्ताओं ने दिव्यांग लोगो की सहयता की।
दिव्यांगो के साथ मनायी बाल्मीकि जयंती, कानूनी सहायता निशुल्क प्रदान की गई
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