हाथरस, उत्तर प्रदेश, नगर संवाददाता: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान अब जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान के साथ चलेगा। पहले यह अभियान प्रदेश के 25 जनपदों में 21 फरवरी से चलाया जाना था, लेकिन अब यह 10 से 23 मार्च तक चलेगा।
डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अर्पणा उपाध्याय द्वारा प्रदेश के 25 जिलों में 10 से 23 मार्च तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान चलाने का निर्देश दिए गए हैं। अब यह अभियान विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान के साथ आयोजित किया जाएगा। मिशन निदेशक ने इस बाबत संबंधित जिलाधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देशित किया है।
डीसीपीएम द्वारा बताया गया कि 1 से 19 वर्ष आयु वर्ग के सभी बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने के लिए जनपद के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान संचालित किया जाएगा। इसमें पेट के कीड़े निकालने की गोली एल्बेंडाजॉल दी जाएगी। एक से दो वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को 200 मिग्रा (आधी गोली) तथा दो से तीन वर्ष तक के बच्चों को एक गोली (400 मिग्रा) दो चम्मचों के बीच पीस कर तथा तीन से 19 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को 400 मिग्रा यानी एक गोली चबाकर खिलायी जाएगी। सभी बच्चों को गोली पानी के साथ लेनी है।
दस्तक अभियान के दौरान आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में आने वाले समस्त घरों का भ्रमण करेंगी और रोजाना करीब 25-30 घरों में लक्षित आयु वर्ग के बच्चों को अपनी निगरानी में दवा की खुराक देंगी। साथ ही भ्रमण वाले परिवारों में टीबी के रोगियों की पहचान लक्षणों के माध्यम से भी करेंगी। इसके लिए माइक्रो प्लान तैयार कर लिया गया है। जिन क्षेत्रों में आशाएं नहीं हैं या शहरी क्षेत्र जिनमें आशाएं कम हैं, उनमें गोली खिलाने का कार्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से किया जाएगा।
10 मार्च से शुरू होगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान
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