नई दिल्ली/नगर संवाददाताः नोटबंदी के दौरान लाखों रुपए अकाउंट में जमा करवाने वालों की सरकार जांच कर रही है। ऑपरेशन क्लीन मनी-2 के तहत आयकर विभाग ने 60 हजार लोगों की पहचान की है। इसमें 1300 लोग ज्यादा जोखिम वाले भी हैं। सरकार के बयान के मुताबिक, 6 हजार बड़े मूल्य के ट्रांजैक्शन और 6 हजार छह सौ रकम निकालने के ट्रांजैक्शन की जांच जारी है। डिपार्टमेंट को जिन मामलों में कोई जवाब नहीं मिला है, उनकी जांच भी हो रही है। जांच के दायरे में वे कारोबार हैं जिन्होंने नकदी में बिक्री दिखाई थी, जैसे कि पेट्रोल पंप और हॉस्पिटल। इनके पुराने रिकॉर्ड की जांच कर नोटबंदी के दौरान आय के साथ मिलान किया जा रहा है। इसके अलावा सरकारी कर्मचारियों के बड़े बैंक डिपॉजिट और बड़ी खरीदों की जांच भी हो रही है। बयान के मुताबिक, 9 नवंबर 2016 से 28 फरवरी 2017 तक 2362 छापे डाले गए। इसमें 818 करो़ड़ की जब्ती हुई। इसमें 622 करो़ड़ नकदी के तौर पर मिले। साथ ही 9 हजार 334 करो़ड़ की अघोषित संपत्ति भी मिली। सरकार की सख्ती का असर टैक्स पर भी दिखा। 2016-17 के दौरान रिटर्न भरने वालों की संख्या में 21.7 फीसद का इजाफा हुआ। साथ ही टैक्स कलेक्शन में भी 16 फीसद की बढ़त आई।
नोटबंदी के दौरान लाखों रुपए जमा करवाने वाले 60 हजार लोगों की होगी जांच
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