कानपुर, नगर संवाददाता: श्रेयस अय्यर न तो अतीत में झांकना चाहते हैं और ना ही भविष्य के बारे में सोचना चाहते हैं। वह केवल वर्तमान पलों में जीना चाहते हैं जैसा कि उन्हें भारतीय टेस्ट ‘कैप’ प्रदान करते समय दिग्गज सुनील गावस्कर ने सलाह दी थी।
अपने पदार्पण टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाले 16वें भारतीय क्रिकेटर बने अय्यर जानते हैं कि अगले मैच में कप्तान विराट कोहली की टीम में वापसी होने पर मध्यक्रम में कुछ बदलाव होंगे।
कुछ साल पहले करुण नायर को ऐसी स्थिति से गुजरना पड़ा था जबकि उन्हें तिहरा शतक जड़ने के बाद अगले मैच में बाहर बैठना पड़ा था।
अय्यर ने शुक्रवार को 105 रन की पारी खेलने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘सुनील गावस्कर सर ने मुझे कैप सौंपते समय महत्वपूर्ण बात की थी। उन्होंने कहा था आपको अतीत के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है और आपको भविष्य के बारे में भी नहीं सोचना है। आपको केवल वर्तमान के बारे में सोचना है और अगली गेंद पर ध्यान केंद्रित करना है। मैंने यही किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने आज के बारे में सोचने पर ध्यान दिया और यह नहीं सोचा कि अगले मैच में क्या होगा क्योंकि अगर मैं उस बारे में सोचता तो वर्तमान में नहीं जी पाता और अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता। जो कुछ भी होता है अच्छे के लिये होता है और मैं उसे स्वीकार करूंगा।’’
गावस्कर से टेस्ट कैप हासिल करना अय्यर के लिये परीकथा जैसा था और शतक जड़ना उसे अगले स्तर तक पहुंचाना। वह अभी इस अहसास का लुत्फ उठाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘सुनील सर से कैप हासिल करना परीकथा जैसा था। मैं यह सोच रहा था कि राहुल सर मुझे कैप सौंपेंगे। दोनों ही इस खेल के दिग्गज हैं और दोनों में से कोई भी कैप प्रदान करता मुझे खुशी होती।’’
अय्यर ने कहा, ‘‘यह बहुत अच्छा अहसास था और जिस तरह से चीजें आगे बढ़ी उससे मैं खुश था लेकिन मैं जिस तरह से आउट हुआ उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं।’’
गावस्कर ने भले ही उनसे कहा था कि वह न तो आगे के बारे में सोचें न अतीत पर ध्यान दें लेकिन अय्यर टेस्ट पदार्पण पर शतक बनाने को लेकर इतना सोचने लगे कि उन्हें रात भर नींद नहीं आयी।
अय्यर ने कहा, ‘‘जिस तरह से पहले दिन से सब कुछ अच्छा रहा उससे मैं वास्तव में खुश था। कल रात मैं अच्छी नींद नहीं ले पाया। विशेषकर जब आप रात भर बल्लेबाजी के बारे में सोच रहे हों। मुझे लगा कि मैंने कल वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की थी, लेकिन आज भी फिर से ध्यान केंद्रित करना था।’’
टीम के संदर्भ में अय्यर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये दिन मुश्किल भरा रहा। भारत ने पहली पारी में 345 रन बनाये जिसके जवाब में न्यूजीलैंड ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक बिना किसी नुकसान के 129 रन बना लिये हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह दिन हमारे लिये चुनौतीपूर्ण रहा क्योंकि उन्होंने अच्छी शुरुआत की। विकेट (पिच) से हमारे गेंदबाजों को वास्तव में मदद नहीं मिली। हमारा ध्यान सही क्षेत्र में गेंदबाजी करके कम से कम रन देने और दबाव बनाने पर था। ‘‘
गावस्कर की सलाह पर केवल वर्तमान पर ध्यान दे रहे हैं अय्यर
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