ग्रेटर नोएडा, नगर संवाददाता: यमुना प्राधिकरण मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए कदम बढ़ाने जा रहा है। इसके साथ ही प्राधिकरण फ्लेटेड इंडस्ट्री की भी शुरुआत करेगा। उद्योग संचालित करने के लिए प्राधिकरण शेड विकसित कर नब्बे साल की लीज पर देगा। एक हजार से चार हजार वर्गमीटर के करीब ढाई सौ शेड विकसित किए जाएंगे। यमुना प्राधिकरण के दोनों एसीईओ इसी सप्ताह विशाखापट्टनम में फ्लेटेड इंडस्ट्री क्षेत्र का दौरा करेंगे।
कोविड-19 ने देश में चिकित्सीय सुविधाओं के ढांचे को मजबूत करने की जरूरत को रेखांकित किया है। केंद्र सरकार की देश में मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित करने की योजना है। इसमें से एक प्रस्ताव यमुना प्राधिकरण क्षेत्र को लेकर है। प्राधिकरण ने अपने स्तर से सेक्टर-28 में मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। यह पार्क 350 एकड़ की जमीन पर तीन चरण में विकसित किया जाएगा। इस पार्क में केवल उन कंपनियों को इकाई लगाने का मौका मिलेगा जो पहले से इस क्षेत्र में कारोबार कर रही हैं और पंजीकृत है।
मेडिकल डिवाइस पार्क की खासियत यह होगी कि प्राधिकरण पहली बार भूखंडों की जगह शेड बनाकर आवंटित करेगा। यह शेड एक मंजिला बनाए जाएंगे और इन्हें 90 साल की लीज पर आवंटित किया जाएगा। ये शेड एक हजार वर्गमीटर, दो हजार वर्गमीटर व चार हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल के होंगे। कंपनियों को उत्पादन शुरू करने के लिए किसी तरह के निर्माण की जरूरत नहीं होगी। सभी तरह की अनापत्ति भी प्राधिकरण ही लेगा। 2023 से मेडिकल डिवाइस पार्क में उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस पार्क में चिकित्सीय उपकरणों का निर्माण होगा। यमुना प्राधिकरण पहली बार फ्लेटेड इंडस्ट्री विकसित करने जा रहा है। इसके बारे में जानकारी जुटाने के लिए दोनों एसीईओ मोनिका रानी व रविद्र सिंह इसी सप्ताह विशाखापट्टनम जा रहे हैं। प्राधिकरण मेडिकल डिवाइस पार्क में निवेश के लिए नियम व शर्तो को तय कर रहा है।
एजेंसी का होगा चयनः मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए प्राधिकरण एजेंसी का चयन करेगा। इसमें क्षेत्र से जुड़े अनुभवी लोग होंगे। एजेंसी मेडिकल डिवाइस पार्क के कार्य की निगरानी, उसके बेहतर संचालन एवं अन्य चरण के विस्तार की योजना तैयार करेगी।
रोजगार के साथ मिलेगा राजस्वः मेडिकल डिवाइस पार्क से प्राधिकरण क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन होगा। इसके साथ ही आवंटन व अन्य मदों से राजस्व बढ़ेगा। प्राधिकरण क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस पार्क को लेकर कंपनियां रुचि दिखा रही हैं। मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए योजना जल्द निकाली जाएगी। प्राधिकरण फैक्ट्री का ढांचा तैयार कर लीज पर देगा। तीन चरण में पार्क विकसित किया जाएगा।