4 साल के गुड्‌डू की जिंदगी… बस 15 फीट दूर:35 फीट की सुरंग बनाई, 20 घंटे से बोरवेल में फंसा है मासूम; बहन रातभर आवाज लगाती रही

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सीकर, राजस्थान, महेंद्र सिंह: खाटूश्यामजी थाना इलाके के बिजारणिया की ढाणी में 4 साल का मासूम 17 घंटे से बोरवेल में फंसा है। बच्चे की चिंता में पूरा परिवार रातभर जागता रहा। 11 साल की बहन सरिता कभी बोरवेल तो कभी बचाव टीम के पास जाती रही। अपने लाडले भाई को आवाज देती रही, ‘खाना खाले गुड्डू, बिस्किट खा ले..। अभी तक बोरवेल के पास करीब 35 फीट तक की दूसरी सुरंग खोद ली गई है। यानी गुड्‌डू तक पहुंचने में सिर्फ 15 फीट की दूरी है। इसके बाद बोरवेल और सुरंग के बीच एक टनल बनाई जाएगी और बच्चे को निकाल लिया जाएगा।

बच्चे के रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें रात से ही जुटी हैं। शुक्रवार सुबह रेस्क्यू की स्पीड को और तेज किया गया। प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। बच्चे के पास जाल भी फेंका गया है। कोशिश की जा रही है कि बच्चा जाल में बैठ जाए। बाहर ने एनडीआरएफ की टीम आवाज भी लगा रही है कि गुड्‌डु जाल में बैठ जा…जाल को पकड़ ले, लेकिन बच्चा बार-बार जाल को दूर फेंक रहा है। टीम गुड्डू की हर हरकत पर नजर बनाए हुए है।

17 घंटे से भी ज्यादा समय से रेस्क्यू जारी
गुरुवार को दोपहर 3 बजे मासूम गुड्डू घर के पास बनी बोरवेल में गिर गया। जिसके बाद पिछले 17 घंटों से उसको निकालने के लिए रेस्क्यू किया जा रहा है। टीम के सदस्य बच्चे से लगातार संपर्क भी कर रहे है। बच्चा लगातार मूवमेंट कर रहा है। लेकिन टीम के सदस्यों को अभी तक सफलता नही मिली। वहीं मौके पर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी, विधायक वीरेन्द्र सिंह, एडीएम धारा सिंह मीणा भी रात को मौके पर पहुंचे । एसडीआरफ और लोकल सिविल डिफेंस जहां बोरवेल के नजदीक दूसरा गड्‌डा खोदकर अपने प्रयास कर रही है। एनडीआरएफ जाल की सहायता से रेस्क्यू में जुटी हुई है।मासूम के इंतजार में मां पूरी रात सोई नहीं
मासूम गुड्डू की मां गुलाब देवी का अपने जीगर के कलेजे का कई घंटों से दूर रहने से बुरा हाल है। मां गुलाब देवी और उनकी दोनों बेटी सरिता, प्रिया भी पूरी रात से जगे हुए है। इसके साथ ही मां अपने बेटे के सकुशल बाहर निकलने के लिए प्रार्थना कर रही है। इसके साथ ही गुलाब देवी की आंखों में अपने बेटे के लिए आंसू भी यह बता रहे है कि मां अपने बेटे को देखने के लिए किस दर्द को सह रही है। मां का कहना है कि बस वह अपने लाल को एक बार वापस खुशी खुशी देखना चाहती है। वहीं पूरी रात मां बार-बार बोरवेल तक जाकर अपने बच्चे की एक तस्वीर देख रही थी। बोरवेल मे उसकी हर हलचल मां के कलेजे को ठंडक दे रही थी कि उसका बच्चा सकुशल है। इसके साथ ही मासूम की मां गुलाब देवी ने रात से खाना भी नहीं खाया है।